Kutton Se Chudai कुत्ते सेक्स कहानी और गर्म हिंदी सेक्स कहानियाँ

हाय दोस्तों मैं श्रेया आज अपने जीवन की 1 सच्ची घटना सुनाने जा रही हूं। सबसे पहले मैं आपको अपने बारे में कुछ बता दूं। मेरे घर में मैं, पापा, मम्मी, भैया, भाभी और मेरी 2 छोटी बहनें हैं। मेरी पापा पुलिस में 1 सीनियर पोस्ट पर हैं।हमे हर जगह सरकारी क्वार्टर मिलता है जो काफी बड़ा रहता है।घर में बाहर गार्ड रहते हैं।मुख्य 18 साल की हूं और सुंदर और अच्छी फिग है।मेरे घर की सभी महिलाओं की कमर बहुत पतली और स्तन, कूल्हे नंगे-2 हैं.ये हमें मम्मी से विरासत में मिले हैं.मैं घर में हमेशा शॉर्ट स्कर्ट पहनती हूं और ऊपर से 1 टॉप जो मम्मी को बिल्कुल पसंद नहीं है पर पापा कहते हैं पहनने दो शादी हो जाएगी तो कहां पहनेगी.मेरे ड्रेस को देखकर घर के गार्ड हमेशा मुझे खा जाने वाली नजरो से देखते हैं पर मैं किसी की परवा नहीं करती।

ये घाटना 2 ½ साल पहले की है जब घर के सारे लोग भैया के लिए लरकी देखने गए थे.मेरे एग्जाम के लिए मैं नहीं गई थी.वैसे भी डर की कोई बात नहीं थी क्योंकि 4 जर्मन शेफर्ड कुट्टे भी की रक्षा करते थे जो हमेशा खुले रहते थे और घर के बाहर और अंदर घूमते रहते थे। घर के सारे दरवाजे बंद रहने पर भी कुत्ते घर के अंदर आ जाते हैं क्योंकि उनके लिए छोटे दरवाजे बने रहते हैं।

उस दिन भी मुख्य परीक्षा दे कर घर आई गर्मीयों की दोपहर थी मेरा स्कूल ड्रेस पासीन से बड़ा चुका था ऊपर सफेद टॉप में से मेरे निपल्स बिल्कुल दिखाई दे रहे थे।मैंने घर आकर सबसे पहले दरवाजा अंदर से बंद किया और जल्दी से अपने टॉप को उतर दिया फिर स्कर्ट भी उतार दिया।पर मेरी ब्रा और पैंटी भी बड़ी चुकी थी मैंने उन्हें भी उतारा दिया।फिर नहा कर मैंने दूसरी पैंटी पहन ली और ऊपर बिना ब्रा के ही 1 सफेद टॉप पहन ली जो मेरे नंगे-2 स्तनों को सिर्फ ढके हुए थे,और 1 छोटा सा स्कर्ट जो मेरे कूल्हों के जरा सा नीचे तक था।जरा सा भी झुकने पर मेरी चूत और गांड के छेद दोनों नजर आने लगे।खैर मैं ड्राइंग रूम में जा कर एसी और टीवी पर किआ और वहीं कार्पेट पे नीचे सोफे के सहारे बैठ गई तभी मुझे याद आया कि भैया के पास कुछ डीवीडी है मैंने सोचा चलो उसको देखा जाए। मैं उनकी अलमारी से 1 डीवीडी ले कर आई और उसको लगा कर फिर बैठ कर देखने लगी। स्क्रीन पे तस्वीर के आते ही मैनचौंक गई क्योंकी वो 1 ब्लू फिल्म थी और उसमें 1 फीमेल और 5 मेल थे.जैसे-2 उनके एक्शन बढ़ते गए मेरी हालत खराब होती गई मेरा गला सुखने लगा मैं अपने बूब्ज़ को अपने ही हाथों से पहले सहलाने लगी फिर मसलना शुरू कर दिया.थोरी देर बाद मुझे लगा कि मेरी चूत में से कुछ बहार आ रहा है मेरी पैंटी गिली हो चुकी थी मैंने उसको उतार कर चूत को छुआ तो कुछ लसलासा सा मेरे हाथ में लगा मैंने पैंटी से उसको पूछ कर पैंटी को वहीं पास में ही रख दिया अब मैं सिर्फ स्कर्ट और टॉप में थी अंदर कुछ नहीं वह.मैं धन्यवाद चुकी थी वहीं सोफ़े से पीठ टिकाए हुए पता नहीं कब मेरी आंखे लग गई।

अचानक ऐसा लगा कि मेरी चूत में कुछ गर्म-2 चीज घुस रही है मैंने घबरा कर आंखें खोल दी और जो देखी तो मेरे मुंह से चीख निकल गई पर साउंड प्रूफ कमरे के कारण जल्द ही मेरी आवाज बाहर नहीं गई।मैंने देखा की 1 कुत्ता अपने जीव से मेरी चूत को चाट रहा था और बाकी के तीनो मेरी गिली पैंटी को अपने दांतों से खींच कर खेल रहे थे थोरी देर में मेरी पैंटी काई टुकड़ों में बंट गई।अब बाकी के तीनो भी मेरे पास आ गए और कोई मेरे मुंह को तो कोई चुट को चाटने लगा.मैने उन्हें ढकने की कोशिश की पर वो काफी नंगे-2 दी और गुर्राने लगे.मैने अब सरेंडर में ही अपनी भलाई समझी.अब वो सारे मेरी चूत के अंदर जीव घुसा-2 कर बारी-2 से मेरी चूत को चाटने लगे.कुछ ब्लू फिल्म का असर और कुछ उनके जीव का असर था कि मुझे भी अब मजा आने लगा पर मुख्य कुत्ते से चुदना नहीं चाहिए था

तो किसी तरह का साहस और ताकत बटोर कर मुख्य 1 झटके से खरी हो गई।अब तो उन्हें और मौका मिल गया वो मेरी चूत के साथ मेरे गांड के छेद को भी चाटने लगे.मैंने देखा कि अब उनका लंड धीरे-2 बहार होने लगा था.मैंने सोचा कि भाग कर दूसरे कमरे में चली जाती हूं और दरवाजा अंदर एसआर बंद कर लूंगी.अभी 1 कुत्ता अपने दोनों पैरो के बाल खरा हो कर मेरे मुंह को चाटने लगा उसकी खुरदुरी जीव मेरे मुंह के अंदर जाने लगी।मैने उसको धक्का दे कर भगना चाहा पर उससे उलझ कर वहीं कालीन पे मुंह के बाल गिर गई।मैंने उठ कर फिर भगना चाहा पर तब तक देर हो चुकी थी वो चारो मेरे चारो या फिर मेन उठना चाहा पर मेन 1 छुपाया की तरह हो गई और इसमें ही उन्हें मौका मिल गया.1 ने मुझे पीछे से पाकर लिया और मेरी पतली कमर पे अपने अगले दोनों हाथ

फंसा दिया अब मुख्य 1 कुतिया की तरह उसके नीचे थी।स्कर्ट छोटी होने के कारण मेरी चूत और गांड डोनो नंगे हो गए थे। वो लगातार झटके दे रहा था अब मैं बेबस था मुख्य उसका लंड को अपनी चूत और गांड के छेद के आस पास महसूस कर रही थी।उसको अभी तक सही पॉइंट नहीं मिल पा रहा था थोरी देर में ही उसको सही पोजीशन मिल गई और मेरी चूत में उसका लंड 1 झटके से अंदर मेरी वर्जिनिटी को नुकसान हुआ घुस गया। दर्द से मैं कराह उठी पर उसको मेरी जरा भी चिंता नहीं थी उसको तो अपनी मनचाही चीज मिल गई थी वो लगातार झटके दे कर मुझे चोदने लगा अब मुझे भी मजा आने लगा.इधा बाकी के तीनो कुत्ते भी मेरी चारो तरफ से मुझ पर चढ़ने लगे.कोई मुंह के तरफ से तो कोई पीठ की तरफ से चार हो रहा था.मुंह के तरफ से जो चार तरफ से मेरे चिकने के कारण उसका लंड मेरे मुंह में घुस गयाजो कुत्ता मुझे चोद रहा था उसकी स्पीड अब इतनी बढ़ गई थी कि गिनती करना मुश्किल हो रहा था कि 1 मिनट में उसका मोटा लंबा लंड कितनी बार मेरी चूत के अंदर-बाहर जा रहा था। करीब 5-6 मिनट वो मुझे इसी तरह चोदता रहा अचानक कोई मोती सी गांठ जैसी चीज मेरी चूत में अंदर घुसने की कोशिश कर रही थी मेरी छोटी सी चूत दर्द के मारे फटने लगी पर वो चीज 1 झटके के साथ मेरी चूत

के अंदर जा कर फंस गई।अब उस कुत्ते ने हरकत करना बंद कर दिया अब वो मेरी पीठ पर से उतर गया पर उसका लंड मेरी चूत में मजाबूती से अंदर तक फंस गया था। मुख्य 1 स्ट्रीट कुतिया की तरह हमसे चिपकी हुई थी। मुख्य जब भी होने की कोशिश करती मुझे बहुत दर्द होता,इसली मुख्य उसकी तरह हमें से चिपकी कर रहने में ही अपनी भलाई समझी।दूसरे कुत्तों का भी धैर्य टूट रहा था वो लगतार मुझ पर चारो तरफ से चार कर अपने लंड को मुझ पर तरस रहे थे।लगभाग आधा घंटा मुख्य कुत्ते के साथ चिपकी रही इस बीच मैंने महसस किया की मेरे अंदर से 2 बार कुछ निकला और 1 बार गर्म-2 कुछ अंदर घुसी हुई फील हुई.वो शायद कुत्ते का वीर्य था जो मेरी चूत में गिर रहा था.थोरी देर मेरिन हमारा कनेक्शन डिस्कनेक्ट हो गया और कार्पेट पे कुछ लिक्विड गिरा जो शायद हम दोनो का मिला जुला माल था.उसके उतारते हाय जैसे हाय मुख्य उथने को हुई दूसरा कुत्ता मुझ पर चार गया उसको कोई खास परेशानी नहीं हुई अपना लंड 1 बार में हाय मेरी गिली चूत में अंदर दाल दिया और उसी स्पीड से चोदने लगा.पास ही अलमारी के ऐसे में जब मैंने देखा तो शर्म से लाल हो गई 1 कुत्ता मुझे चोद रहा था 2 लंड निकल कर चोदने की तैयारी में और 1 साल पहले अपने लंड को चाट रहा था ऐसा लग रहा था जैसे सड़क पे आम तौर पर होता आया है। मुझे शर्म आ रही है। राही थी की मुख्य ए जे 1 कुतिया हो गई हुन मजा भी आ रहा था।और उस दिन चारो कुत्तो ने मुझे बारी-2 चोदा और अपने लंड को मेरी चूत में फंसा कर रखा।मैं बिल्कुल सरक छाप कुतिया बन गई,पर दोस्तो मजा भी बहुत आया।शाम तक तो चूड़ा-2 कर मेरी चूत का बुरा हाल हो गया था।मैं बहुत थक गई थी।तो ये थी मेरी दास्तां जो मैं अच्छी तरह कहानी बना कर नहीं लिख पाई।आपको कैसा लगा मुझे मेल जरूर पूछिएगा

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